खुद को तेरी उंगलियों पे नचाना है छतों को तेरी सीढ़ियों से सजाना है । खुद को तेरी उंगलियों पे नचाना है छतों को तेरी सीढ़ियों से सजाना है ।
तुझ संग ही है तुझ संग ही है कितनी दफा सांझ को मेरी मैंने तेरे ही तुझ संग ही है तुझ संग ही है कितनी दफा सांझ को मेरी मैंने तेरे ही